एक बार की बात है, दो दोस्त थे, उन्होंने अपने जीवन में भारी गरीबी देखने के बाद प्रगति का सफर लगभग एक साथ ही शुरू किया । धीरे धीरे दोनों ने अपने कारोबार शुरू किये और देखते ही देखते अपार सम्पति के मालिक भी बन गए । दोनों में से एक दोस्त तो नए नए तरीको से कारोबार को विस्तार देने में जुटा रहकर हमेशा प्रसन्न रहता था, वही दूसरा दोस्त ना जाने किस चिंता में डूबा रहता था । एक दिन जब दोनों किसी अवसर पर मिले तो पहले दोस्त ने दूसरे दोस्त की चिंता का कारण पूछा । तब वह बोला - दोस्त बचपन में इतनी गरीबी देख ली की अब डर लगा रहता है की कही वापिस गरीब ना हो जाऊ । तो पहले दोस्त ने कहा - में इसी को अपनी ताकत मानता हूँ । में यही सोचता हूँ की गरीबी तो देख चूका, वापिस आ भी गई तो कुछ नया नहीं होगा मेरे लिए । ऐसी भावना से में दुगनी मेहनत और लगन से काम कर पता हूँ । दूसरे दोस्त को अपने दोस्त की बात में वजन नजर आगया । फिर वह भी एक नई सोच और पुरे आत्मविश्वास के साथ अपने कारोबार को और विस्तार करने में जुट गया और अब उसकी चिंता भी पूर्ण रूप से समाप्त हो चुकी थी |
जीवन मंत्र - अपने आप पर विश्वास रखे । खुद पर से यकीन कम ना होने दे |
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